Sunday 13 September 2015

कुछ फलों के सेवन से बढ़ सकता है वजन

केला

कई बार हम किसी फल के बारे में बिना जाने ही उसे खाना शुरु कर देते हैं। हमें लगता है कि फल खाना हमारे लिए सुरक्षित है और इससे वजन नहीं बढ़ता इसलिए हम खाने की जगह फल व फलों के जूस का सेवन करना शुरु कर देते हैं। लेकिन यह एक भम्र है कि फल खाने से वजन नहीं बढ़ता है, हमें पता होना चाहिए कि किस फल से हमें कौन से पोषक तत्व मिलेंगे।

कुछ फल ऐसे भी हैं जिनको ज्यादा खाने से वजन बढ़ने व मोटापे की समस्या हो सकती है। वैसे कार्बोहाईड्रेट हमारे शरीर व दिन भर के क्रिया कलापों के लिए बहुत जरूरी है लेकिन जिन फलों में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है उनको खाने से वजन बढ़ने की समस्या होती है। आईए जानें उन फलों के बारे में।

दूध के साथ केला खाने से वजन तेजी से बढ़ता है। क्योंकि दूध से आपको प्रोटीन और केले से शुगर मिलता है जो वजन बढ़ाता है। केला खाने से ज्यादा मात्रा में कैलोरी मिलती है साथ ही कैलोरी का क्षय भी कम होता है।


सूखे एप्रीकोट

सूखे ऐप्रीकोट एक कैंडी की तरह होता है इसे लोग घूमते फिरते काफी सारा खा लते हैं लेकिन वह यह भूल जाते हैं कि इसमें फ्रूकटोज होता है जो वजन बढ़ाने वाला तत्व है इसको खाने से वजन बढ़ने की संभावना भी बढ़ जाती है। 

अंगूर

अंगूर एक तरफ जहां फायदेमंद होता है वहीं इसका ज्यादा सेवन आपका वजन बढ़ा सकता है, क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट ज्यादा मात्रा में पाया जाता है इसलिए इसको खाने से वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। 

अनानास

जो लोग अन्नास का सेवन करते हैं उनके लिए यह वजन बढ़ने की वजह हो सकता है क्योंकि इसमें कैलोरी काफी मात्रा में होता है।


एवोकैडोज

एवोकैडोज़ में काफी मात्रा में फैट व कैलोरी होती है, जिसको खाने से आपका वजन बढ़ सकता है।

ड्राई फ्रूट्स

ड्राई फ्रूट्स जैसे किशमिश, बादाम में काफी मात्रा में कैलोरी होती है जिसको खाने से वजन बढता है।

आड़ू

प्रतिदिन आड़ू का सेवन आपके वजन को बढ़ा सकता है इसकी मुख्य वजह है इसमें मौजूद प्रोटीन।




वजन घटाने वाले 21 भारतीय व्यंजन

वजन घटाने वाले भारतीय व्यंजन


आहार हमारे शरीर को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व है। संतुलित शाकाहारी आहार को वजन घटाने के तरीकों में सर्वोत्तम माना जाता है।

वजन घटाने वाले आहार में भारतीय संतुलित शा‍काहारी आहार लेना अधिक उचित समझा जाता है । अनोखा फंडा संतुलित आहार हैं। आइए जानें वजन घटाने वाले भारतीय व्यंजन कौन-कौन से हैं।
  1. संतुलित शा‍काहारी आहार लेने से व्यक्ति कई रोगों से मुक्त होकर दिनभर तरोताजा रह सकता है। इतना ही नहीं कम वसा वाले आहार के सेवन से मोटापे से निजात पाई जा सकती हैं और वजन को आसानी से कम किया जा सकता है।
  2. संतुलित शाकाहारी आहार से मोटे व्यक्ति प्रति सप्ताह करीब एक पाउंड तक अपना वजन घटा सकते हैं। साथ ही इससे व्यक्ति को फिट रहने में भी मदद मिलती है।
  3. शोधों में भी ये बात साबित हो चुकी है कि शाकाहारी व्यंजन लेने वाले लोग सामान्य तौर पर मांसाहारी व्यंजन लेने वाले लोगों की तुलना में अधिक छरहरे होते हैं।
  4. वजन घटाने वाले भारतीय व्यंजनों में हरी सब्जी का जूस, कच्चा रस आदि सहायक है।
  5. भारतीय व्यंजनों में फल और सब्जियों के साथ ही कम मिठाई और कम चीनी वाले व्यंजन भी वजन घटाने में सहायक होते है।
  6. भारतीय व्यंजनों से यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो आपको दूध और इससे बनी चीजें, रोस्टेड और स्टीम भोजन को छोड़ना होगा।
  7. ऐसे व्यंजनों का सेवन करें, जिनमें  आवश्यक विटामिन और अन्य जरूरी तत्व मिले हों।
  8. कम कैलोरी वाले व्यंजन जैसे सूप,सलाद,सब्जी पनीर इत्यादि लें।
  9. शकर कंद की चाट, बिना घी की दाल, बिना घी की चपाती लें।
  10. चाय में चीनी के बजाय शहद लें।
  11. इडली में अंकुरित मूंग मिलाकर खाने से ये पौष्टिक और हेल्दी होगा।
  12. तले भोजन के बजाय उबला भोजन, बिना मलाई का दूध-दही लें।
  13. सब्जी की करी के लिए टमाटर और गाजर का इस्तेमाल करे और मीठे में सेब और अनानास का प्रयोग करें।
  14. पालक का प्रयोग नूडल्स,सूप या सलाद में करें ,पालक के पत्तों से सैंडवीच भी बनायीं जा सकती हैं।
  15. हरे पपीते की सब्जी बनाये या पका हुआ पपीता खाएं।
  16. खाने में पनीर और सोयाबीन को प्रमुखता से शामिल करें।
  17. प्रोटीन और फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें।
  18. बटर की जगह फ्रेश हर्बल स्प्रेड टोस्ट का प्रयोग करे।
  19. इन सबके अलावा आप अंकुरित चने, मोंठ, सूप, जूस, सलाद, हरी सब्जियां इत्यादि को अपने भोजन में शामिल कर वजन कम कर सकते हैं।
  20. खाना कम मात्रा में खाएं और सही समय पर खायें। इससे आपकी पाचन क्रिया बराबर चलती रहेगी और कैलोरी का बराबर उपयोग होता रहेगा।
  21. वजन कम करने के लिए खाने के अलावा पानी पीना और व्यायाम करना भी जरूरी है। जिससे आप फिट, हेल्दी और तरोताजा महसूस कर पाएंगे।

Tuesday 8 September 2015

एसिडिटी के 20 आयुर्वेदिक उपचार

एसिडिटी के 20 आयुर्वेदिक उपचार

एसिडिटी के आयुर्वेदिक उपचारहम जो खाना खाते हैं, उसका सही तरह से पचना बहुत ज़रूरी होता है। पाचन की प्रक्रिया में हमारा पेट एक ऐसे एसिड को स्रावित करता है जो पाचन के लिए बहुत ही ज़रूरी होता है। पर कई बार यह एसिड आवश्यकता से अधिक मात्रा में निर्मित होता है, जिसके परिणामस्वरूप सीने में जलन और फैरिंक्स और पेट के बीच के पथ में पीड़ा और परेशानी का एहसास होता है। इस हालत को एसिडिटी या एसिड पेप्टिक रोग के नाम से जाना जाता है ।
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